मोड़ ब्राह्मण समाज के कई सदस्यों ने अपने पूर्वजों की स्मृति में धर्मशाला के विकास एवं निर्माण हेतु दान दिया है एवं कई लोगों ने गुप्त दान भी दिया है। उन्ही स्मृतियों को ध्यान में रखते हुए धर्मशाला में कई जगह पर शिलालेख लगाए गए हैं, जिन्हें आप नीचे देख सकते हैं।