मोड़ ब्राह्मण समाज की शुरुआत 1920 में सीतामऊ से आकर बसे दो परिवारों से हुई । धीरे-धीरे आसपास के गांव और शहरों से यहां लोग आकर बसते रहे और वर्तमान में मोड़ ब्राह्मण समाज के 110 से 115 परिवार मंदसौर में है ।
वर्ष 2002 में समाज के सभी लोगों ने विचार कर 4 भूखंड 25 बाई 40 की साइज के थे, उन्हें क्रय किया, जो अभिनन्दन क्रमांक 2 मे स्थित है। धीरे-धीरे पैसा इकट्ठा करते हुए इसे एक धर्मशाला का रूप दिया।
वर्तमान में उपरोक्त धर्मशाला का समय-समय पर विभिन्न अध्यक्ष के कार्यकाल में रूपांतरण होता रहा।
वर्तमान समय में मोड़ धर्मशाला में 4 कमरे, 1 भोजनशाला, बड़ा चौक, 1 हाल, मातंगी देवी मंदिर, पुजारी कक्ष, शौचालय, 4 कूलर, 1 रेस्ट रूम, एक स्टोर रूम एवं कुआं भी है।