हिंदू धर्म में पूजा का महत्वपूर्ण स्थान है। पूजा को ईश्वर की सेवा माना जाता है। पूजा का मतलब है सेवा। पूजा करने से ईश्वर प्रसन्न होते हैं। पूजा करने से हमें शांति और सुख प्राप्त होता है। पूजा करने से हमारे पाप दूर होते हैं। पूजा करने से हमारी आध्यात्मिक उन्नति होती है।
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घर पर पूजा करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है।
पूजा का स्थान
पूजा का स्थान पवित्र और शांत होना चाहिए। पूजा का स्थान पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। पूजा के स्थान को साफ-सुथरा रखना चाहिए।
पूजा का समय
पूजा करने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह है। सूर्योदय से पहले पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है।
पूजा की सामग्री
पूजा करने के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है:
- मूर्ति या चित्र
- फूल
- फल
- मिठाई
- नैवेद्य
- दीपक
- अगरबत्ती
- कपूर
पूजा की विधि
पूजा करने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करें:
- संकल्प: पूजा शुरू करने से पहले संकल्प करना चाहिए। संकल्प में यह कहना चाहिए कि हम किस देवता की पूजा कर रहे हैं और किस फल की कामना कर रहे हैं।
- आचमन: संकल्प के बाद आचमन करना चाहिए। आचमन करने के लिए पानी को तीन बार मुंह में लेना चाहिए और उसे छोड़ देना चाहिए।
- पाद्य: आचमन के बाद पाद्य देना चाहिए। पाद्य देने के लिए देवता के चरणों में पानी अर्पित करना चाहिए।
- अर्घ्य: पाद्य के बाद अर्घ्य देना चाहिए। अर्घ्य देने के लिए देवता के ऊपर पानी अर्पित करना चाहिए।
- आचमन: अर्घ्य के बाद देवता को आचमन कराना चाहिए।
- स्नान: आचमन के बाद देवता को स्नान कराना चाहिए। स्नान करने के लिए देवता के ऊपर जल अर्पित करना चाहिए।
- वस्त्र और आभूषण: स्नान के बाद देवता को वस्त्र और आभूषण पहनाना चाहिए।
- पुष्पांजलि: वस्त्र और आभूषण पहनाने के बाद देवता को पुष्पांजलि अर्पित करनी चाहिए।
- फल और मिठाई: पुष्पांजलि के बाद देवता को फल और मिठाई अर्पित करनी चाहिए।
- नैवेद्य: फल और मिठाई के बाद देवता को नैवेद्य अर्पित करना चाहिए।
- दीप: नैवेद्य के बाद देवता के सामने दीपक जलाना चाहिए।
- अगरबत्ती: दीपक जलाने के बाद देवता के सामने अगरबत्ती जलाना चाहिए।
- कपूर: अगरबत्ती के बाद देवता के सामने कपूर जलाना चाहिए।
- आरती: कपूर जलाने के बाद देवता की आरती करनी चाहिए।
- प्रार्थना: आरती के बाद देवता से प्रार्थना करनी चाहिए।
- प्रसाद: प्रार्थना के बाद देवता का प्रसाद लेना चाहिए।
पूजा की विधि समाप्त होने के बाद पूजा का स्थान साफ-सुथरा कर लेना चाहिए। पूजा की सामग्री को किसी पवित्र स्थान पर रख देना चाहिए।
घर पर पूजा करने से हमें कई लाभ प्राप्त होते हैं। पूजा करने से हमारी आध्यात्मिक उन्नति होती है। पूजा करने से हमारे पाप दूर होते हैं। पूजा करने से हमें शांति और सुख प्राप्त होता है। पूजा करने से ईश्वर प्रसन्न होते हैं।
घर पर पूजा करना बहुत आसान है। पूजा करने के लिए किसी विशेष ज्ञान या कौशल की आवश्यकता नहीं होती है। पूजा करने के लिए बस श्रद्धा और भक्ति की आवश्यकता होती है।
यदि आप आध्यात्मिक उन्नति करना चाहते हैं, यदि आप अपने पापों से मुक्ति पाना चाहते हैं, यदि आप शांति और सुख प्राप्त करना चाहते हैं, तो घर पर पूजा करना शुरू करें। पूजा करने से आपका जीवन बदल जाएगा।