मोड़ ब्राह्मण समाज धर्मशाला "मातंगी धाम" में अब हर महीने के आखिरी शनिवार को सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा। यह पाठ हर महीने के आखिरी शनिवार को सायं 7 बजे से शुरू होगा।
मातंगी धाम |
इसके साथ ही हर रविवार को सायं 7:30 बजे माँ मातंगी की महाआरती का भव्य आयोजन किया जाएगा। महाआरती में बड़ी संख्या में भक्तों के शामिल होने की उम्मीद है। यह आयोजन भक्तों को माँ मातंगी की कृपा प्राप्त करने और उनके आशीर्वाद लेने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगा।
यह निर्णय समस्त मोड़ समाज की कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया एक सराहनीय निर्णय हैं।
मातंगी धाम मोड़ ब्राह्मण समाज द्वारा निर्मित एक भव्य धर्मशाला है। यह धर्मशाला मोड़ समाज की कुलदेवी माँ मातंगी (मोढेश्वरी) देवी को समर्पित है। धर्मशाला में माँ मातंगी की एक मनमोहक मूर्ति स्थापित है।
मोड़ ब्राह्मण समाज धर्मशाला "मातंगी धाम" मातंगी देवी के भक्तों के लिए एक पवित्र स्थान है। यहां भक्त पूजा-अर्चना कर सकते हैं, प्रसाद चढ़ा सकते हैं और माँ मातंगी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
सुंदरकांड पाठ और महाआरती का आयोजन मातंगी धाम को भक्तों के लिए और अधिक आकर्षक और पवित्र स्थान बना देगा। मातंगी देवी के भक्तों को इस आयोजन में भाग लेने और माँ मातंगी की कृपा प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।