माँ मोडेश्वरी के चरणों में भक्तों द्वारा बहुमूल्य भेंट
नवरात्रि का पावन पर्व हिंदू धर्म में देवी दुर्गा की पूजा का विशेष महत्व रखता है। इस दौरान भक्त माता की आराधना के लिए तरह-तरह की भेंट और दान करते हैं।
माँ मोडेश्वरी के चरणों में भक्तों द्वारा बहुमूल्य भेंट |
हाल ही में, मातंगी धाम मंदसौर के मोड़ ब्राह्मण समाज धर्मशाला में भक्त निमिष दवे और आर्या दवे ने माँ मोडेश्वरी के श्री चरणों में रजत चरण पादुका, अष्टधातु माँ मोडेश्वरी श्रीविग्रह प्रतिमा और श्री गणेशजी श्री विग्रह प्रतिमा भेंट की। इस दौरान उनके साथ श्री कपिलेश जी दवे, ओमप्रकाश जी दवे, श्रीमती बबिता जी दवे एवं रविन्द्र जी दवे भी उपस्थित थे ।
रजत चरण पादुका
रजत चरण पादुका का वजन 344 ग्राम है और इसकी लागत 29,000 रुपये है। भक्तों ने इस भव्य भेंट से माँ मोडेश्वरी की पूजा में अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त की।
रजत चरण पादुका |
अष्टधातु माँ मोडेश्वरी श्रीविग्रह प्रतिमा
अष्टधातु माँ मोडेश्वरी श्रीविग्रह प्रतिमा अष्टधातु से निर्मित है, जिसमें सोना, चांदी, तांबा, जस्ता, टिन, सीसा, लोहा और पारा शामिल है। इसे स्थायी रूप से धर्मशाला में रखा गया है ताकि भक्त उसकी पूजा कर सकें।
श्री गणेशजी श्री विग्रह प्रतिमा |
श्री गणेशजी श्री विग्रह प्रतिमा
श्री गणेशजी श्री विग्रह प्रतिमा भगवान गणेश की है, जो माता दुर्गा के पुत्र हैं। इस प्रतिमा को भी धर्मशाला में स्थायी रूप से रखा गया है ताकि भक्त दुर्गा पूजा से पहले भगवान गणेश की पूजा कर सकें।
माँ मोडेश्वरी के चरणों में भक्तों द्वारा बहुमूल्य भेंट |
नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि नौ रातों और दस दिनों का त्योहार है जो देवी दुर्गा की पूजा को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान देवी दुर्गा पृथ्वी पर अवतरित होती हैं और अपने भक्तों को बुराइयों से बचाती हैं।
दान का महत्व
नवरात्रि के दौरान दान करना बहुत शुभ माना जाता है। यह माना जाता है कि इस अवधि के दौरान किया गया दान कई गुना होकर लौटता है और भक्तों को समृद्धि और सफलता प्रदान करता है।
भक्त निमिष दवे और आर्या दवे की यह भेंट मोड़ ब्राह्मण समाज धर्मशाला के लिए एक बड़ा सम्मान है। उनकी भक्ति और श्रद्धा आने वाले कई सालों तक भक्तों को प्रेरित करती रहेगी।